कलाओं को गांधी ने किस तरह से प्रेरित किया इसको लेकर एक छोटा सा लेख लिखा है कलाकार-लेखक राजेश्वर त्रिवेदी ने-मॉडरेटर ==================================================== गांधी ने भी अन्य लोगों की तरह एक सीधे,सरल और बेहद विनय पूर्ण ढंग से कला को आत्म की अभिव्यक्ति कहकर संबोधित किया है। विभिन्न कलाओं को लेकर …
Read More »दो रंगों के बीच की रेखा, खजुराहो और सीरज सक्सेना का कला-कर्म
सीरज सक्सेना समकालीन चित्र कला, सिरेमिक आर्ट का जाना-पहचाना नाम है. अपने इस संस्मरणात्मक लेख में चित्रकार-लेखक राजेश्वर त्रिवेदी ने सीरज जी के कला-कर्म के आरंभिक प्रभावों को रेखांकित किया है. बेहद आत्मीय और जानकारी से भरपूर गद्य- मॉडरेटर ======================= अठारह साल के लंबे अंतराल में मैंने सीरज को लगभग …
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