आज पढ़िए युवा लेखिका प्रियंका ओम की कहानी ‘रात के सलीब पर’। एक अलग तरह की पृष्ठभूमि की यह कहानी बेहद पठनीय है और रोचक भी- ===================== शहर से दूर पश्चिमी तट पर संपर्क तंत्र से रहित, लम्बे ताड़ दरख्तों से घिरा यह पोशीदा ज़ज़ीरा बुजदिला वास्ते बहिश्त है। शोर-शराबे …
Read More »प्रियंका ओम की कहानी ‘धूमिल दोपहर’
आज पढ़िए युवा आप्रवासी लेखिका प्रियंका ओम की कहानी। यह कहानी किसी गुमनाम सी पत्रिका में प्रकाशित हुई थी। मुझे लगा कि इसे अधिक लोगों तक पहुँचाना चाहिए- ============= कभी-कभी देर तक सोना चाहती हूँ, इतनी देर तक कि जैसे कोई सुबह नहीं हो। सोते हुए मैं अपनी उस …
Read More »प्रियंका ओम की कहानी ‘शर्त एक सौ अस्सी रुपये की’
आज पढ़िए युवा लेखिका प्रियंका ओम की कहानी ‘शर्त एक सौ अस्सी रुपये की’, यह कहानी ‘पाखी’ में प्रकाशित है। आप यहाँ पढ़कर अपनी राय दे सकते हैं- ============================================= बेटे के चीखने की आवाज़ आ रही थी; वह नींद में डर गया था, शायद कोई बुरा सपना देखा होगा | …
Read More »प्रियंका ओम की कहानी ‘विष्णु ही शिव है’
युवा लेखिका प्रियंका ओम की कहानी ‘विष्णु ही शिव है’ कथा-मासिक ‘हंस’ में प्रकाशित हुई है। यह संभवतः उनकी पहली लम्बी कहानी है। ‘हंस’ से साभार हम प्रकाशित कर रहे हैं- ======================== उसे समझ नहीं आ रहा था वह क्या करें? अपना ध्यान कैसे बंटाए ? कहाँ बंटाए । …
Read More »प्रियंका ओम की कहानी ‘जट्टा और चिरैया’
युवा लेखिका प्रियंका ओम की कहानी पढ़िए-मॉडरेटर ========= वह औचक ही सामने आ गया था. मुझपर नज़र पड़ते ही शर्मिंदगी से उसकी आँखें झुक गई थी. मानो उसका कृत्य क्षण भर पहले का हो. इतने वर्ष बीत गये, वक़्त नये नये पैहरन तैयार करता रहा और पुरानी उतरनें बनती रही. …
Read More »अगत्य की उदासी
प्रियंका ओम युवा लेखिकाओं में जाना पहचाना नाम है। इस बार उन्होंने एक बाल कहानी लिखी है। एकल परिवार के बच्चे के अकेलेपन को लेकर। पढ़िएगा- मॉडरेटर ================================= लंच ब्रेक में जब वो दोनो क्लास रूम में अकेले थे तब लड़की ने नाम पूछ कर बात शुरू की। तुम्हारा नाम …
Read More »प्रियंका ओम की कहानी ‘वह फूहड़ स्त्री’
आज प्रियंका ओम की कहानी ‘वह फूहड़ स्त्री’ पढ़िए. नए साल की शुरुआत समकालीन रचनाशीलता से करते हैं- मॉडरेटर ===================== उस स्त्री के पहनावे का रंग संयोजन था मुझे विस्मय से भर देता ! पीले रंग की ब्लाउज़ पर एड़ी से चार अंगुल ऊँची ब्लू छींट की साड़ी, और साड़ी …
Read More »प्रियंका ओम की कहानी ‘अजीब आदमी’
युवा लेखिकाओं में प्रियंका ओम के नाम से सब परिचित हैं और उनके उपन्यासों से भी. यह एक छोटी-सी कहानी है. कहानी क्या एक कैफियत है. लेकिन पठनीय है- मॉडरेटर ============================================= मेरे हाथ में उधड़े कवर और दीमक खाये पन्नों वाली एक किताब है, उसके बीच दबी है बदरंग हो …
Read More »