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Prabhat Ranjan

स्त्रीत्व को लेकर हिन्दू धर्म का रुख

देवदत्त पट्टनायक हमारे समय में संभवतः मिथकों को आम लोगों की भाषा में पाठकों तक सरल रूप में पहुंचाने वाले सबसे लोकप्रिय लेखक हैं. उनकी नई पुस्तक आई है ‘भारत में देवी: अनंत नारीत्व के पांच स्वरुप‘. यह हिन्दू धर्म में देवी के स्वरुप को लेकर संभवतः पहली पुस्तक है, जिसमें देश …

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नवम्बर की हलकी ठंढ और खुशगवार शाम

उपासना झा की भावप्रवण कविताओं की तरफ ध्यान गया तो पता चला कि वह ‘मन-अमृता’ नाम से एक उपन्यास लिख रही हैं. आज उसका अंश पहली बार जानकी पुल के लिए- मॉडरेटर  ======================================================= मनु की नींद टूटी तो शाम के छह बज रहे थे, घडी पर नजर गयी तो बहुत …

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मेरी क़िस्मत में मुहब्बत के सिवा सबकुछ है

रात की बारिश के बाद सुबह सुबह रूहानी ग़ज़लें पढने को मिल जाएँ तो इससे बड़ी नेअमत और क्या हो सकती है. त्रिपुरारि कुमार शर्मा की ग़ज़लें मैं तबसे पढता रहा हूँ जब वे चिराग के तखल्लुस से लिखा करते थे. लेकिन इन गज़लों को पढ़कर लगा कि चिराग नामक …

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दिव्या विजय की कहानी ‘परवर्ट’

मेरे जीमेल अकाउंट में अनजान पतों से अच्छी अच्छी कविताएं ही नहीं कई बार सुन्दर कहानियां भी आती हैं. आज दिव्या विजय की कहानी. दिव्या बायोटेक्नोलोजी से स्नातक हैं, मैनेजमेंट की पढ़ाई करने के बाद बैंकॉक में रहती हैं. उनकी यह कहानी अच्छी है या बुरी यह तो आप पढ़कर …

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बिंदु जिसमें संभावनाएं थी लकीर बनने की

मेरे जीमेल अकाउंट में कई बार अनजान पतों से अच्छी अच्छी रचनाएँ आ जाती हैं. ऐसे ही एक कवि नीरज पांडे की कविताओं से परिचय हुआ. दिल्ली विश्वविद्याल के पूर्व छात्र नीरज आजकल मुंबई में स्क्रीनप्ले लेखन करते हैं लेकिन क्या कवितायेँ लिखते हैं. प्रेम की गहरी तड़प से भरपूर इन …

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आराधना प्रधान की कविताएं

आराधना प्रधान को मैं साहित्य की एक गंभीर एक्टिविस्ट के रूप में जानता रहा हूँ. उनकी कविताओं को पढना सुखद लगा. पहले भी उनकी कविताएं ‘कथादेश’ में छप चुकी हैं. भावों को शब्दों में पिरोने की कला ही तो कविता होती है. कुछ सघन भावों की जीवंत कविताएं- मॉडरेटर    …

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प्रकृति करगेती की नई कविताएं

प्रकृति करगेती की कहानियों से हम सब परिचित रहे हैं. उनकी कविताओं का भी विशिष्ट स्वर है. भाषा और विचार का जबरदस्त संतुलन साधने वाली इस कवयित्री की कुछ नई कविताएं- मॉडरेटर  ================================================================= सभ्यता के सिक्के सभ्यता अपने सिक्के हर रोज़ तालाब में गिराती है कुछ सिक्के ऐसे होते, जिन …

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मोदी के तिलिस्म के आगे और पीछे

 ब्रांड मोदी का तिलिस्म: बदलाव की बानगी– धर्मेन्द्र कुमार सिंह की यह कितान बहुत सही टाइम पर आई है. मोदी सरकार के दो साल पूरे होने का जश्न मनाया जाने वाला है. दूसरी तरफ अभी पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के नतीजे आये हैं. भाजपा ने असम में पहली …

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ड्रामा स्कूल में ड्रामे का ड्रामा

 जाने माने पत्रकार आशुतोष भारद्वाज हिंदी के अच्छे कथाकार भी हैं. उन्होंने अपना पहला उपन्यास लिखा है. उसका अंश पहली बार जानकी पुल के पाठकों के लिए उन्होंने साझा किया है- मॉडरेटर  ======================================================== ड्रामा स्कूल के सभी विद्यार्थियों में तुमने उन दोनो को ही क्यों अपना किरदार बनाया, इसकी वजह …

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मिथिलेश कुमार राय की कविताएं

मिथिलेश कुमार राय की कविताओं में में दुःख की ऐसी आवाज है जिसका साधारणीकरण अपने साथ होने लगता है. नाउम्मीद समय में उम्मीद की तरह उनकी कविताओं का अस्वाद लीजिये- मॉडरेटर  ================================================================= बड़े लोग — बड़े लोगों को देखने का मौका कभी-कभी ही मिल पाता था कक्का समझते थे कि …

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