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तीन साल की सबसे बड़ी उपलब्धि है भोज में नीतीश जी का जाना

कौशल लाल एक पाठक हैं. प्रधानमंत्री के साथ नीतीश कुमार के भोज पर उनकी एक टिप्पणी है. उनका यह मानना है कि तीन साल की सबसे बड़ी उपलब्धि है नीतीश जी का भोज में जाना. यह उपलब्धि भाजपा के लिए है या नीतीश जी के लिए यह लोगों को तय …

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मैं भूखा हूँ, रोज़ादार नहीं हूँ

रमज़ान का महीना शुरू हो गया है। मुझे याद आता है रहमान अब्बास का उर्दू नॉवेल (ख़ुदा के साए में आँख मिचोली), जिसमें एक किरदार कहता है- “मैं भूखा हूँ रोज़ादार नहीं हूँ।” बता दूँ कि 2011 में छपे, रहमान के इसी नॉवेल पर महाराष्ट्र साहित्य अकादमी का बेस्ट नॉवेल …

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हर्षित भारद्वाज की कुछ कविताएँ

आज कुछ कविताएँ हर्षित भारद्वाज की. अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन जगत से जुड़े हर्षित आजकल जेम्स हेमिंग्वे प्रकाशन को भारत में लाने में लगे हुए हैं. वे अंग्रेजी में लेख लिखते हैं लेकिन कविताएँ हिंदी में. कहते हैं कविता में आदमी दिल की बात कहता है और दिल की  बात अपनी भाषा …

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नेहरु, जो गुलाब थे अब कांटे बनकर खटकने लगे हैं!

पिछले कुछ वर्षों में नेहरु को खूब याद किया जा रहा है. बीच में तो उनको लोग भूलने से लगे थे. हाँ, यह बात अलग है कि पहले उनको सीने पर लगे गुलाब के गुलाब के लिए याद किया जाता था. आज देश की एक बड़ी आबादी को उस गुलाब …

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इन्स्टाग्राम कवि एटिकस के बारे में जिसके शब्द ही उसकी पहचान हैं

प्रकाश के रे उदार पाठक और लेखक हैं. नई नई चीजें पढ़ते रहते हैं और हमसे साझा करते रहते हैं. जैसे उनकी यह टिप्पणी जो एटिकस के बहाने कविता की नई धारा के बारे में है- मॉडरेटर ==================================== शुरूआत एक आम बात से. तमाम ख़ूबियों और ख़ामियों के साथ सोशल …

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गर्व की बात है कि बिहार को सबसे दूरंदेशी मुख्यमंत्री मिला है!

हमें गर्व करना चाहिए कि हमें एक दूरंदेशी मुख्यमंत्री मिला है- नीतीश कुमार. आज सुबह उठा तो प्रधानमंत्री के साथ उनकी मुस्कुराती तस्वीर अखबारों में दिखाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वे न केवल भोज में शामिल हुए बल्कि बल्कि अलग से उनके साथ बातचीत भी की. मुख्यमंत्री जी …

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नेहरु से बतियाने को भीष्म साहनी ने किया बचपना

किसी के विरोध में खड़े हो जाना अत्यंत सरल है. बहुत संभव है कि बड़े से बड़ा व्यक्ति भी किसी बिंदु पर आकर स्वार्थ के वशीभूत होकर गलत निर्णय ले परन्तु एक व्यक्ति के तौर पर उसकी अच्छाइयों की अवहेलना नहीं की जा सकती.  भीष्म साहनी ने अपनी  आत्मकथा ‘आज …

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नेहरु जी की पुण्यतिथि पर अग्निशेखर की कविता ‘जवाहर टनल’

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की पुण्यतिथि पर एक कविता अग्निशेखर की जिसका शीर्षक है ‘जवाहर टनल. आज के माहौल के बहुत अनुकूल है- मॉडरेटर ======================= गीले और घने अँधेरे से भरी थी जवाहर लाल नेहरू सुरंग और हम दहशत खाए लोग भाग रहे थे सहमी बसों में जवाहर …

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मुक्तिबोध का लेख ‘दून घाटी में नेहरु’

मुक्तिबोध का यह लेख भी आज पढ़ा जाना चाहिए- ======================== सुना है पण्डित जवाहरलाल नेहरू एक हफ़्ते छुट्टी पर रहेंगे। ‘आराम हराम है’ का नारा देने वाले नेहरूजी को स्वयं आराम की कितनी जरूरत है, यह किसी से छिपा नहीं। देश-विदेश की हर छोटी-सी घटना उनके संवेदनशील मन को केवल …

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नेहरु जी जनतंत्र के सबसे बड़े प्रकाश स्तम्भ थे

आज भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरु की पुण्यतिथि है. आज के ही दिन 1964 में उनका देहांत हुआ था. लेखकों-कलाकारों से जैसा राग नेहरु जी का था वैसा किसी और प्रधानमंत्री का नहीं हुआ. हिंदी के लेखकों को भी सबसे अधिक मान-सम्मान उनके ही काल में मिला. राष्ट्रकवि रामधारी …

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