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Prabhat Ranjan

एक कलाकार के शब्दों में सर्बिया का चित्र

चित्रकार, कलाकार सीरज सक्सेना बहुत आत्मीय गद्य लिखते हैं. यह उनकी सर्बिया यात्रा का वृत्तान्त है. पढियेगा- मॉडरेटर ========== कागज़ ,केनवस और कपड़े से बनी अपनी कलाकृतियों की दो एकल प्रदर्शनी के लिए सर्बिआ जाना सुखद तो है ही अति उत्साह इस बात का है कि अपनी कला को नए …

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लड़की होना कोई मज़ाक है क्या!

रचना भोला यामिनी के प्यार भरे किस्से हम पढ़ते रहते हैं. यह नया है. बताइयेगा, कैसा लगा- मॉडरेटर ======================================== प्यार… और क्या जीवन में प्यार इतने  रंगों और रूपों में बसा है कि इसे देखने के लिए आपको मन की आँखों से देखना होगा.. दिल की धड़कनों से सुनना होगा …

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छठ जरूरी है। बेहद जरूरी!

छठ अकेला ऐसा पर्व है जिसे बिहार के बाहर लोग समझ नहीं पाते. कोई अंधविश्वास कहकर लाठी भांजने लगता है, कोई बिना जाने यह कहने लगता है कि केवल महिलाएं भूखी क्यों रहती हैं, पुरुष क्यों नहीं? जबकि इस पर्व को बड़ी तादाद में पुरुष भी करते हैं. मेरे जैसे …

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कई जोड़ी आँखों के सपने और एक ‘सीक्रेट सुपरस्टार’

‘सीक्रेट सुपरस्टार’ फिल्म पर कवयित्री स्मिता सिन्हा की एक अच्छी टिप्पणी- मॉडरेटर ======================================== ‘सीक्रेट सुपरस्टार’ कहानी है सपनों के बनने की । एक ऐसा साझा सपना , जिसे एक साथ एक ही वक़्त में कई जोड़ी आंखें देखती हैं । यह कहानी है एक बेख़ौफ़ ज़िद की । एक ज़िद …

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 दीपावली दीये की नहीं, धन की रौशनी का त्यौहार है

युवा लेखक विमलेन्दु के इस लेख के साथ सभी को दीवाली की शुभकामनाएं- मॉडरेटर ========================================== हम जैसे मध्यमवर्गीय और जनपदीय नागरिक बोध वाले लोगों के लिए दीपावली केवल एक त्यौहार नहीं, बल्कि कौशल विकास का एक अवसर होता है. तरह-तरह के दिये बनाना, रंगोली से घर-आँगन सजाना, मिट्टी से लक्ष्मी-गणेश …

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हृषीकेश सुलभ की कहानी ‘वधस्थल से छलांग’

हृषीकेश सुलभ हिंदी की वरिष्ठ पीढ़ी के सबसे प्रासंगिक लेखकों में है. मेरी नजर में बड़ा लेखक वह नहीं होता जो अपने समय में दो-चार अच्छी कहानियां लिखकर खुद को कालजयी समझने लगता है. बड़ा लेखक वह होता है जो हर दौर में समकालीन बना रहता है. बदलते समय के अनुसार …

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सुशील कुमार भारद्वाज की कहानी ‘उस रात’

सुशील कुमार भारद्वाज ने हाल कई अच्छी कहानियां लिखी हैं. अभी किन्डल ईबुक से उनकी कहानियों का संकलन जनेऊ आया है. यह उनकी एक नई कहानी है- मॉडरेटर =============================== उस रात दिल और दिमाग दोनों में ही भयंकर हलचल मचा हुआ था.नैतिकता और जिम्मेवारी के सवाल अंदर तक धंसे हुए …

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इरशाद ख़ान सिकन्दर की कहानी ‘मंडी हाउस’

इरशाद खान सिकंदर नई नस्ल के कुछ अच्छे शायरों में एक हैं. नहीं पता था कि वे कहानियां भी लिखते हैं. उनकी एक कहानी उनकी पुरखुलूस शायराना जुबान में- मॉडरेटर ============== हवा– मैं मंडी हाउस की हवा हूँ और राही मासूम रज़ा के “समय” की छोटी बहन हूँ, मंडी हाउस …

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जगजीत की आवाज़ एक ज़गह थी जहाँ छुपा जा सकता था

आज जेपी और अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है लेकिन जगजीत सिंह पर विमलेन्दु के लिखे इस लेख को पढवाने का लोभ अधिक है. जगजीत सिंह की पुण्यतिथि कल थी – मॉडरेटर ======================================================== मंगलेश डबराल की कविता ‘ छुपम-छुपाई ‘ की एक पंक्ति है—“ आवाज़ भी एक ज़गह है, जहां छुपा …

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संवाद युग में रेणु के संवदिया की याद

कल विश्व डाक दिवस था. मुकुल कुमारी अमलास ने उसी बहाने संवदिया पर यह लेख लिखा है- मॉडरेटर ======================================================     कल फणीश्वर नाथ रेणु की कहानी संवदिया पढ़ रही थी। पढ़ कर आँखों में आँसू आ गये और मैं उनके सामने नतमस्तक हो गई। रेणु जी के बारे में …

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