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Prabhat Ranjan

सीता की विद्रोह कथा और ‘मैं जनक नंदिनी’

  आशा प्रभात जी के उपन्यास ‘मैं जनकनंदिनी’ पर मेरी यह समीक्षा ‘कादम्बिनी’ में आई है- प्रभात रंजन ==================================================== मिथक सतत कथाओं को तरह होती हैं। हर युग उन कथाओं को अपने युग सन्दर्भों के अनुकूल बनाकर अपना लेती है। इसीलिए देवी-देवताओं की कथाओं की अनंत कथाएं लिखी जाती रही …

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‘न्यूटन’ फिल्म नही एक पूरी की पूरी विचार प्रक्रिया है

‘न्यूटन’ फिल्म जब से आई है लगातार चर्चा में बनी हुई है. आज युवा लेखक नवल किशोर व्यास का लेख पढ़िए- मॉडरेटर ============= अमित मसूरकर की फिल्म न्यूटन का विचार अदभुत और पावन है। यह लोकतंत्र के सबसे बड़े उत्सव कहे जाने वाले चुनाव और देश के दूरदराज, मुख्य धारा …

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गांधी कभी न खत्म होने वाले द्वंद्व का नाम है

आज दिन भर हम महात्मा गांधी को याद करते रहे. अब शाम में पढ़िए युवा लेखक विमलेन्दु का यह लेख. ================================================= गांधीजी की सांस्कृतिक उपस्थिति इतनी ज़बरदस्त है हमारे बीच कि एक आम भारतीय भी, जिसने गांधी को व्यवस्थित ढंग से नही भी पढ़ा है, उन पर बोलने का हक …

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लता न सिर्फ हमारा अभिमान हैं बल्कि हमारी जीवनीशक्ति भी हैं

आज लता मंगेशकर का जन्मदिन है. एक अच्छा लेख युवा लेखक विमलेन्दु ने लिखा है- मॉडरेटर ================================================== अपने करोड़ों प्रशंसकों के दिलों पर राज करते हुए, संकोची, भाग्यवादी, ईश्वरपरायण, पित़ृहीन, दृढ़ संकल्पी लता मंगेशकर 28 सितंबर को अठासी बरस की हो जाएंगी. लता का जीवन यह बताता है कि भारत …

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अल्लाह करे मीर का जन्नत में मकाँ हो

आज यश चोपड़ा का जन्मदिन है. यश चोपड़ा जिसने कई पीढ़ियों को ग्रेसफुली रोमांस करने के अंदाज सिखाये. आज जब से प्रकाश के. रे का यह लेख पढ़ा आप लोगों को पढवाना चाहता था. देर हुई लेकिन सोने से पहले पढ़ लीजियेगा. अच्छा लगेगा- मॉडरेटर ==============   देश की आज़ादी …

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रहस्य-रोमांच राजपरिवार और राजनीति का ‘शाही शिकार’

जगरनॉट बुक्स ने मोबाइल या लैपटॉप पर पढने के लिए अपने ऐप के माध्यम से हिंदी में कई नई तरह की किताबें दी हैं, नए नए प्रयोग किये हैं. अभिषेक सिंघल का उपन्यास ‘शाही शिकार’ उसी की एक कड़ी है. इस उपन्यास की समीक्षा वरिष्ठ लेखक दुर्गा प्रसाद अग्रवाल ने …

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सिक्स वर्ड स्टोरी के दौर में आठ सौ पन्नों का उपन्यास ‘सात फेरे’

चंद्रकिशोर जायसवाल जी के उपन्यास ‘सात फेरे’ के ऊपर जाने माने लेखक, पत्रकार पुष्यमित्र की टिप्पणी- मॉडरेटर =============== आज सुबह चंद्रकिशोर जायसवाल का उपन्यास ‘सात फेरे’ पढ़ कर खत्म किया है. आज के जमाने में 829 पन्नों का उपन्यास पढ़ना किसी के लिये भी धैर्य और एकाग्रता का काम है. खास …

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A Soofi in the Brothel

  Writer, journalist Prakash K. Ray write up on Mayank Austen Soofi’s book  Nobody Can Love you More : Life in Delhi’s Red Light District , published by penguin. ==============================================   As per the various estimates, there are three to 15 million prostitutes in our country. Some live and operate …

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गौहर रज़ा की ‘खामोशी’ गौहर रज़ा की नज्में

गौहर रज़ा एक संजीदा वैज्ञानिक हैं, शायर हैं. हिन्दुस्तान की धर्मनिरपेक्ष परम्परा की एक जीती जागती मिसाल. अभी हाल में राजपाल एंड संज से उनके नज्मों-गजलों का संकलन आया है ‘खामोशी’. ऐसे समय में जब विविधता की आवाजों को खामोश किया जा रहा है. इस संकलन की नज्मों का अपना …

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रजनी मोरवाल की कहानी ‘नमकसार’

हाल के वर्षों में रजनी मोरवाल की कहानियों ने सबका ध्यान खींचा है. आज उनकी एक कहानी जो हाल में किसी ‘परिकथा’ नामक पत्रिका में प्रकाशित हुई थी- मॉडरेटर =============================       सूर्यास्त जिस वक़्त क्षितिज में गुम होने की तैयारी में होता है ठीक उसी वक़्त मीलों तक पसरा नमकीन …

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