आषाढ़ जाने वाला है और सावन आने वाला है. प्रसिद्ध लोकगायिका चंदन तिवारी ने इन महीनों के लोक जीवन से सम्बन्ध को लेकर एक छोटा-सा रोचक लेख लिखा है. पढियेगा- मॉडरेटर ============================== आषाढ़ जानेवाला है और सावन आनेवाला है. यह जो आषाढ़ जानेवाला है या कि जो सावन आनेवाला है, …
Read More »भारत-चीन: कभी हमसे तुमसे भी राह थी !
भारत-चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. ऐसे में विमलेन्दु ने इस लेख में भारत-चीन के परंपरागत रिश्तों को लेकर अच्छा पठनीय लेख लिखा है- मॉडरेटर =========================== हममें से अधिकांश लोगों के लिए, चीन से हमारा प्रथम परिचय चाय की चुस्कियों के साथ शुरू होता था एक ज़माने में, …
Read More »युवा शायर #16 अक्स समस्तीपुरी की ग़ज़लें
युवा शायर सीरीज में आज पेश है अक्स समस्तीपुरी की ग़ज़लें – त्रिपुरारि ====================================================== ग़ज़ल-1 जुदाई में तेरी आंखों को झील करते हुए सबूत ज़ाया किया है दलील करते हुए मैं अपने आप से खुश भी नहीं हूँ जाने क्यों सो खुश हूँ अपने ही रस्ते तवील करते हुए न जाने …
Read More »राजेश प्रधान की कविता ‘बेवक्त राजनीति’
राजेश प्रधान मूलतः पटना के हैं. अमेरिका के प्रतिष्ठित संस्थान एमआईटी से राजनीति शास्त्र में पीएचडी करने के साथ साथ उन्होंने वहीं से आर्किटेक्चर की पढ़ाई की और जाने माने वास्तुकार हैं. राजनीतिशास्त्र पर किताब भी लिख चुके हैं. वे कविताएँ भी लिखते हैं. कविताओं के शब्दों, भावों में प्रयोग …
Read More »प्रत्युष पुष्कर की कुछ संगीत कविताएँ
हिंदी के पाठकों को चाहते-न चाहते बहुत सारी कविताएँ पढनी पड़ती हैं. कुछ दिल में उतर जाती हैं, कुछ दिमाग को झकझोर देती हैं. अधिकतर केवल दुहराव भर होती हैं. लेकिन कुछ ऐसी होती हैं जो आपको चमत्कृत कर जाती हैं. प्रत्युष पुष्कर की इन संगीत-कविताओं जैसी कविता हिंदी में …
Read More »जंग की दास्तां बन गई मोहब्बत की ग़ज़ल
पिछले 2-3 बरसों में एक ग़ज़ल बहुत सुनाई पड़ी। ‘वो हम-सफ़र था मगर उस से हम-नवाई न थी’ …लेकिन कम लोगों को मालूम है कि मोहब्बत भरी ये ग़ज़ल, दरअसल सन्1971 में हुए इंडो-पाक जंग के बाद लिखी गई थी। बाद में जब पाकिस्तानी टीवी सीरियल ‘हमसफ़र’ के टायटल सॉन्ग …
Read More »‘मेघे ढाका तारा’ के लेखक शक्तिपाद राजगुरु के बारे में आप जानते हैं?
ऋत्विक घटक की फिल्म ‘मेघे ढाका तारा’ देखते हुए यह ध्यान ही नहीं आया था कि इतनी अच्छी कहानी लिखी किसने थी. प्रकाश के. रे का यह लेख नहीं पढ़ा होता तो शक्तिपाद राजगुरु नामक लेखक के बारे में जाना ही नहीं होता, अभी 12 जून को इस लेखक की …
Read More »रविदत्त मोहता की कविताएँ
आज प्रस्तुत हैं रविदत्त मोहता की कविताएँ – संपादक ========================================================= यादें कभी अस्त नहीं होती मैं यादों के आसमान का पक्षी हूँ सदियां हो गयीं मैं सो नहीं पाया यादों के आसमानों का सूर्यास्त हो नहीं पाया कोई कहता है मैं किताब हूं कोई कहता हिसाब हूं पर मैं तो …
Read More »सच, प्यार और थोड़ी-सी शरारत
खुशवंत सिंह की आत्मकथा ‘सच, प्यार और थोड़ी-सी शरारत’ पर युवा लेखक माधव राठौड़ की टिप्पणी – संपादक =================================================== अंग्रेजी के प्रसिद्ध पत्रकार, स्तम्भकार और विवादित कथाकार खुशवंत सिंह की आत्मकथा अपनी शैली में लिखा गया अपने समय का वह कच्चा चिटठा है, जिसका दायरा रेगिस्तानी गाँव की गर्मी भरे …
Read More »हैप्पी वाला बर्थ डे राहुल गांधी!
आज 19 जून है. याद आया राहुल गाँधी का जन्मदिन है. बारिश हो रही है. दिल्ली का मौसम किसी पहाड़ी कस्बे सा रूमानी हो गया है. सोचा कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता की तरह उनके बंगले पर माला लेकर जाऊं और हैप्पी बर्थ डे बोल आऊँ. फिर याद आया कि वे …
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