आज अमृता प्रीतम के जन्मदिवस पर हिंदुस्तान टाइम्स में गुलज़ार साहब का यह संस्मरण छपा है जो पंजाबी लेखिका निरुपमा दत्त से बातचीत पर आधारित है। मैंने झटपट अनुवाद किया है। पढ़िएगा। दिलचस्प है- प्रभात रंजन =========================================================== मैंने पहली बार अमृता प्रीतम की प्रसिद्ध कविता ‘अज्ज अक्खा वारिस शाह नू’ …
Read More »क़िस्सों-कहानियों का सामयिक और दिलचस्प पिटारा है स्टोरीटेल इंडिया
स्टोरीटेल के ऐप पर दो तरह के कंटैंट हैं- एक तो हिन्दी के बड़े प्रकाशकों जैसे राजकमल, वाणी प्रकाशन जैसे प्रकाशनों से प्रकाशित प्रमुख किताबें औडियो बुक के रूप में उपलब्ध हैं। दूसरे, स्टोरीटेल पर धारावाहिक कथा सीरीज भी हैं जो लेखक उनके लिए लिखते हैं। अँग्रेजी, हिन्दी और मराठी …
Read More »सत्यानन्द निरुपम से नीता गुप्ता की बातचीत
हिन्दी प्रकाशन के क्षेत्र में हाल के वर्षों में जिन कुछ लोगों ने संपादक की संस्था को मजबूत बनाया है उनमें सत्यानंद निरुपम का नाम प्रमुख है। हाल में ही हिन्दी के सबसे बड़े प्रकाशन ब्रांड राजकमल प्रकाशन समूह में संपादकीय निदेशक के रूप में काम करते उनको पाँच साल पूरे …
Read More »अरुण प्रकाश की कहानी ‘भैया एक्सप्रेस’
आज सुबह सुबह फेसबुक पर सत्यानंद निरूपम जी ने अरुण प्रकाश की कहानी ‘भैया एक्सप्रेस’ कहानी का जिक्र फेसबुक पर किया आर मुझे वह दौर याद आ गया जब उत्तर बिहार के गांवों से खेतिहर मजदूर ट्रेनों में बैठ-बैठकर पंजाब जाते थे, अधिक धन कमाने की आस में। ‘गंगा’ पत्रिका …
Read More »स्टोरीटेल पर शरत का श्रीकांत सुनते हुए
स्टोरीटेल ऐप पर किताबों के सुनने के अनुभव पर युवा पढ़ाकू विनोद ने लिखा है- मॉडरेटर ============================= साउंड क्लाउड इंटरनेट पर ऑडियो का पुराना शग़ल रह गया। श्रीकांत का बर्मा जाना प्रूस्त के ओपनिंग सीन से अधिक तीव्र नहीं भी है तो कमतर भी नहीं है दोनों भिन्न परिदृश्य …व्यक्तिगत …
Read More »हेमिंग्वे की स्मृति को समर्पित कहानी- हिडेन फैक्ट
मेरे पहले कहानी संग्रह ‘जानकी पुल’ में एक कहानी है ‘हिडेन फैक्ट’, जो महान लेखक हेमिंग्वे की स्मृति को समर्पित है. हेमिंग्वे के बारे में आलोचकों का कहना था कि उनकी कहानियों में ‘हिडेन फैक्ट’ की तकनीक है यानी बहुत लाउड होकर नहीं बल्कि संकेतों, इंगितों के माध्यम से अपनी बात कहना- प्रभात …
Read More »विश्व हिन्दी सम्मेलन में भाजपाई प्रतिनिधिमंडल
वरिष्ठ पत्रकार-लेखक रंजन कुमार सिंह ने हाल में मॉरिशस में संपन्न हुए विश्व हिंदी सम्मलेन की निष्पक्ष रपट लिखी है. यह रपट muktakantha.org से साभार प्रस्तुत है- मॉडरेटर ======================================= उद्घोषणा होती है – अब थोड़ी देर में आपको नाश्ता परोसा जाएगा। अपना एअर इंडिया होता तो घोषाणा होती – अब …
Read More »अनुकृति उपाध्याय की कहानी ‘इंसेक्टा’
अनुकृति उपाध्याय ने अनेक कहानियां अछूते विषयों पर लिखी हैं. जैसे यह कहानी ‘इन्सेक्टा’, कीड़ों को लेकर इतनी रोमांचक कहानी भी लिखी जा सकती है यह इसे पढ़कर जाना. ‘हंस’ के नए अंक में प्रकाशित इस कहानी को पढ़कर आश्वस्ति हुई कि बेस्टसेलर के हल्ले के बाहर भी हिंदी लेखन …
Read More »परिवार, प्रेम और सोशल मीडिया की व्यथा-कथा
सुपरिचित लेखक विमलेश त्रिपाठी के उपन्यास ‘हमन हैं इश्क मस्ताना’ की आजकल बहुत चर्चा है. हिन्द युग्म से प्रकाशित इस उपन्यास की समीक्षा लिखी है पीयूष द्विवेदी ने- मॉडरेटर ================================ विमलेश त्रिपाठी का उपन्यास ‘हमन हैं इश्क मस्ताना’ पारिवारिक जीवन के तनावपूर्ण यथार्थ की तरफ से आँखें मूंदे सोशल मीडिया …
Read More »‘कश्मीरनामा’ के बहाने कश्मीर पर बात
अशोक कुमार पाण्डेय की किताब ‘कश्मीरनामा’ कश्मीर पर एक सुशोधित पुस्तक है. राजपाल एन संज प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक पर जब नॉर्वे प्रवासी डॉक्टर प्रवीण झा की यह टिप्पणी पुस्तक की समीक्षा नहीं है बल्कि इस पुस्तक के बहाने कश्मीर पर एक अच्छी टिप्पणी है- मॉडरेटर ========================== शायद डेढ़ वर्ष पहले …
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