आज उदय प्रकाश जी का यह लेख ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में आया है। दीवाली के बहाने एक सारगर्भित लेख, जिन लोगों ने न पढ़ा हो उनके लिए- मॉडरेटर ========================== जो लोग जरा-सा भी देश के पर्वों-त्योहारों की परंपरा, उनकी जड़ों, उनके इतिहास का ज्ञान रखते हैं, वे बिना उलझन कहेंगे कि …
Read More »वह आज के हिंदी समाज की अंतरात्मा की आवाज थीं
आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ अखबार ने कृष्णा सोबती को श्रद्धांजलि स्वरुप सम्पादकीय लिखा है. आज अखबार में यही एक सम्पादकीय है. आप भी पढ़िए- मॉडरेटर ===================================== जिस किसी ने 90 साल की उम्र में अस्वस्थता के बावजूद 1 नवंबर, 2015 को दिल्ली के मावलंकर सभागार के मंच तक व्हीलचेर पर आईं …
Read More »महात्मा गांधी और कॉपीराइट का सवाल
रामचंद्र गुहा ऐसे ऐसे विषयों पर लिखते हैं जिनको पढना रुचिकर भी लगता है और बहुत अच्छी जानकारी भी मिलती है. उनका यह लेख आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में प्रकाशित हुआ है. महात्मा गांधी और कॉपीराइट विषय पर. साभार प्रस्तुत है- मॉडरेटर ================================= आर ई हॉकिंस ऐसे अंग्रेज थे, जिन्हें ज्यादा …
Read More »मी टू के लिए शक्ति के पर्व से बेहतर मौका और क्या हो सकता है?
मीटू अभियान के बहाने एक अच्छा लेख वरिष्ठ पत्रकार-लेखिका जयंती रंगनाथन का आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में पढ़ा. साझा कर रहा हूँ- प्रभात रंजन ============================ हैशटैग-मी टू की गुहार हमारे यहां भी पहुंच ही गई। इस अभियान के लिए शक्ति के पर्व से बेहतर मौका और क्या हो सकता है? हर दिन …
Read More »तकनीक ने बढ़ाया भारतीय भाषाओं का दबदबा
आज ‘दैनिक हिंदुस्तान’ में पत्रकार-लेखक उमेश चतुर्वेदी का लेख प्रकाशित हुआ है जिसमें उन्होने आंकड़ों के आधार पर यह बताया है कि किस तरह तकनीक ने भारतीय भाषाओं को एक नई मजबूती प्रदान की, नई उड़ान दी है, नया आत्मविश्वास दिया है। साभार पढ़िये- जानकी पुल ============================ भाषाओं को लेकर …
Read More »सुशील दोषी की यादों में जसदेव सिंह
मशहूर क्रिकेट कमेंटेटर जसदेव सिंह की स्मृति में यह लेख दूसरे लिजेंडरी कमेंटेटर सुशील दोषी ने लिखा है। टीवी-पूर्व दौर इन दोनों कमेंटेटरों का क्या आकर्षण था पुराने लोगों को याद होगा। जसदेव सिंह को श्रद्धांजलि स्वरूप ‘दैनिक हिंदुस्तान’ से साभार- मॉडरेटर ======================= जसदेव सिंह का जाना सचमुच अखर गया। …
Read More »प्लास्टिक-पुस्तकों के प्रकाशन की रोचक कहानी
जैसे-जैसे लोगों की जीवन शैली बदल रही है किताबों के रूप भी बदल रहे हैं. फोन ऐप पर किताबों के साथ एक नया ट्रेंड जापान से शुरू हुआ है नहाते समय पढने के लिए प्लास्टिक के पन्नों पर छपी किताबें. आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में महेंद्र राजा जैन का लेख इसी …
Read More »लेखकों को ‘चीयर अप’ करने के लिए पुस्तक विमोचन पार्टी में कोई हर्ज नहीं है!
पुस्तक विमोचन संस्कृति पर लेखक महेंद्र राजा जैन का यह लेख आज ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में प्रकाशित हुआ है. न पढ़ा हो तो पढ़ लें. बेहद दिलचस्प है- मॉडरेटर ========================== जैसे यह पुस्तक विमोचन की राजधानी ही हो। लंदन में प्राय: हर रोज एक-दो नहीं, वरन चार या पांच पुस्तकों का …
Read More »योगी आदित्यनाथ पर शशिशेखर की टिप्पणी
कल जब योगी आदित्यनाथ को यूपी का मुख्यमंत्री बनाए जाने की घोषणा हुई तो उसके बाद से उनको लेकर काफी कुछ लिखा गया. बहुत सारा मैंने पढ़ा भी. लेकिन ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ के संपादक शशिशेखर ने आज अखबार में पहले पन्ने पर जो ‘त्वरित टिप्पणी’ की वह सबसे संतुलित लगा और …
Read More »ओमप्रकाश वाल्मीकि ने हिंदी की चौहद्दी का विस्तार किया
ओमप्रकाश वाल्मीकि जी के प्रति एक छोटी सी श्रद्धांजलि ‘दैनिक हिन्दुस्तान’ में प्रकाशित हुई. मैंने ही लिखी है- प्रभात रंजन ====================== ओमप्रकाश वाल्मीकि की एक कविता ‘शब्द झूठ नहीं बोलते’ की पंक्तियाँ हैं- मेरा विश्वास है/तुम्हारी तमाम कोशिशों के बाद भी/शब्द ज़िन्दा रहेंगे/समय की सीढ़ियों पर/अपने पाँव के निशान/गोदने के लिए/बदल …
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