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Tag Archives: poonam dubey

नीली नदी, गुलाबी दरख़्त और एकाकी जीवन

पूनम दुबे इन दिनों डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में रह रही हैं। डेनिश भाषा सीख रही हैं। इस बार अर्से बाद अपनी यात्रा कथा के साथ लौटी हैं। इस बार स्थान  है जर्मनी का एक छोटा सा शहर ऍनडरनाख। बहुत पठनीय है- =================== राइन नदी के किनारे बसे ऍनडरनाख एक …

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मैं शहर में नहीं शहर मुझमें बस गए!

पूनम दुबे दुनिया के अलग अलग शहरों पर लिखती रही हैं। डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन पर पहले भी लिख चुकी हैं। इस बार वहाँ के समर यानी गर्मियों पर लिखा है। पढ़िएगा- =============== जून के साथ-साथ कोपनहेगन में समर का आगमन हो गया है। महीनों से फ़िज़ा में लिपटी उलझी …

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सूटकेस में यादें और प्रॉमिस लैंड की तलाश

पूनम दुबे की यात्राओं के किस्से हमने जानकी पुल पर खूब पढ़े हैं। इस बार लम्बे अंतराल के बाद उन्होंने लिखा है। कोपेनहेगन से बर्लिन की यात्रा पर। दिलचस्प है। अपने आपमें बहुत कुछ समेटे। आप भी पढ़िएगा- ============================ पैंडेमिक को लगभग दो साल हो गए। वैक्सीनेशन का प्रोग्राम दुनिया …

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पूनम दुबे की कोपेनहेगन डायरी

पूनम दुबे कोपेनहेगन में रहती हैं। उन्होंने यूरोप के अलग-अलग शहरों से जुड़े अपने कई संस्मरण लिखे हैं जो जानकी पुल पर प्रकाशित हैं। इस बार उन्होंने बहुत दिनों बाद डेनमार्क की जीवन शैली पर कुछ लिखा है। एक नायाब गद्य- ============================ वह बॉलकनी में रिक्लाइनर कुर्सी पर लेटी घूप …

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डेनिश औरतें अनगिनत कन्वेंशनल बक्सों से आज़ाद हैं!

पूनम दुबे के यात्रा वृत्तांत हम पढ़ते रहे हैं, उनक एक उपन्यास ‘चिड़िया उड़’ प्रकाशित हो चुका है। इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उनका यह लेख पढ़िए- जानकी पुल। =================== तकरीबन आठ महीने हो गए मुझे डेनमार्क शिफ्ट हुए. इन आठ महीनों में मैं स्कॅन्डिनेवियन देशों (नॉर्वे फ़िनलैंड स्वीडन …

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हम क्या से क्या नहीं कर गुजरते हैं अपने प्रॉमिस लैंड की तलाश में!

पूनम दुबे के यात्रा-संस्मरणों का अपना ही मज़ा है। हर बार उनके लिखे में एक न एक कहानी होती है। इस बार बेल्जियम है और एक कहानी-मॉडरेटर =============================== बेल्जियम के एक छोटे से शहर घेंट के बस डिपो पर बैठे हम इंतजार कर रहे थे अपनी बस के आने का. …

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आज़ादी को ज्यादातर लोग पाप समझते हैं.  

पूनम दुबे को  पढ़ते हुए कई बार लगता है कि वह यात्राओं पर लिखने के लिए ही बनी हैं। इस बार उन्होंन एम्सटर्डम शहर पर लिखा है- मॉडरेटर =========================== एम्सटर्डम  में एक पूरा दिन ऐसे बिता जैसे कि कुछ पल हों. जाने से पहले तय किया था कि एम्सटर्डम में …

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प्राग कभी भी आपको दूर जाने नहीं देता

पूनम दुबे के यात्रा वृत्तांत हमलोग पढ़ते आए हैं। इस बार उन्होंने प्राग शहर पर लिखा है। काफ़्का के शहर प्राग को हम हिंदी वाले निर्मल वर्मा के कारण भी जानते हैं। आइए पढ़ते हैं- मॉडरेटर ============ कुछ शहर ऐसे होते है जिनके रंग पानी जैसे कोरे मन में घुल …

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प्लेन व्हाइटवाश घरों की हरी-भरी बालकनियां!

युवा लेखिका पूनम दुबे के यात्रा संस्मरण अच्छे लगते हैं। कोपेनहेगन पर उनका यह छोटा सा गद्यांश पढ़िए- मॉडरेटर ========================================================= विलियम शेक्सपियर और उनके लिखे नाटक “रोमियो और जूलियट” को कौन नहीं जानता. रोमियो और जूलियट की कहानी एपिटोम है प्यार का! इसी प्ले में एक बहुत ही प्रसिद्ध सीन …

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हे मल्लिके! तुमने मेरे भीतर की स्त्री के विभिन्न रंगो को और गहन कर दिया

अभी हाल में ही प्रकाशित उपन्यास ‘चिड़िया उड़’ की लेखिका पूनम दुबे के यात्रा संस्मरण हम लोग पढ़ते रहे हैं। आज उन्होंने वरिष्ठ लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ के चर्चित उपन्यास ‘मल्लिका’ पर लिखा है। आपके लिए- मॉडरेटर =============================== मनीषा कुलश्रेष्ठ जी की किताब मल्लिका पर लिखते हुए मुझे क्लॉड मोनेट की …

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