Home / कविताएं (page 3)

कविताएं

वीरेंद्र प्रसाद की नई कविताएँ

डॉ. वीरेन्द्र प्रसाद अर्थशास्त्र एवं वित्तीय प्रबंधन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। वे पशु चिकित्सा विज्ञान में भी स्नातकोत्तर  हैं। रचनात्मक लेखन में उनकी रुचि है। प्रस्तुत है भीड़भाड़ से दूर रहने वाले कवि-लेखक वीरेन्द्र प्रसाद की कुछ कविताएँ जिनको पढ़ते …

Read More »

‘पारा-पारा’ पर यतीश कुमार की काव्यात्मक टिप्पणी

यतीश कुमार अर्से बाद अपनी काव्यात्मक टिप्पणी के साथ लौटे हैं। इस बार उनको चुना है प्रत्यक्षा के उपन्यास ‘पारा-पारा’ ने। यह उपन्यास राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित है- ========================   1. समय की टहनी पर टंगा चाँद निहारता है मुझे और अपनी ही छाया की गिरफ़्त में छटपटाती हूँ मैं …

Read More »

रवित यादव की नई गद्य कविताएँ

आज पढ़िए युवा कवि रवित यादव की कविताएँ। रवित पेशे से वकील हैं और गद्य कविताओं में प्रयोग करते रहते हैं। आज उनकी कुछ नई गद्य कविताएँ पढ़िए- ================================ 1- हम मिलेंगे दास्तानों के किसी दिलचस्प मोड़ पर। ――――――― चार पेड़ों के बीच जैसे चार रस्सियाँ बंधी हों और बंधे …

Read More »

युवा कवि नरेंद्र कुमार की कविताएं

आज पढ़िए युवा कवि नरेंद्र कुमार की कविताएं। ये कविताएं उनके संग्रह ‘नीलामघर’ से ली गई हैं। 1) नीलामघर रुकनपुरा से शुरू होते फ़्लाईओवर के ऊपर फ़र्राटे मारती गाड़ियों में नहीं ठीक उसके नीचे जहाँ अंबेडकर पथ आ मिलता है बिल्कुल वहीं भोर होते ही एक भीड़ उमड़ती है ये …

Read More »

देवेश पथ सारिया की पाँच कविताएँ

युवा कवि देवेश पथ सारिया का कविता संग्रह ‘नूह की नाव‘ प्रकाशन के बाद से ही लगातार चर्चा में है। उसी संग्रह से कुछ कविताएँ पढ़िए– ================= तारबंदी जालियों के छेद इतने बड़े तो हों ही कि एक ओर की ज़मीन में उगी घास का दूसरा सिरा छेद से पार …

Read More »

टिकुली की कविताएँ

आज पढ़िए टिकुली की कविताएँ। टिकुली मूलतः अंग्रेज़ी की कवि और कथाकार हैं। उनकी कई रचनाएँ राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं और पुस्तकों में प्रकाशित हुई हैं।  अंग्रेज़ी में उनके तीन कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं तथा लेखन के लिए उन्हें कई सम्मान भी प्राप्त हुए हैं। टिकुली एक चित्रकार, …

Read More »

‘चित्तकोबरा’ की काव्यात्मक समीक्षा

​ वरिष्ठ लेखिका मृदुला गर्ग के प्रसिद्ध उपन्यास ‘चित्तकोबरा’ को पढ़कर कवि यतीश कुमार ने काव्यात्मक टिप्पणी की है। आप भी पढ़िए- ============================= 1. कमाल की कविता है स्मृति जिसकी परिधि में गुलाब के बचे ओस कण और पराग भी हैं जिसने बचाए रखा तन में मन और आत्मा में …

Read More »

रवित यादव की दो गद्य कविताएँ

युवा कवि रवित यादव की कविताओं का मुझे इंतजार रहता है। आज उनकी दो गद्य कविताएँ पढ़िए- ============= 1- दुविधाओं का दोगला भूत। ―――――――――――――― मैंने जिस-जिस ये कहा कि “मैं एक दिन यूँ भी जाऊँगा की फिर वापस न आऊँगा”, वो सब एक एक करके मेरे मेरे जीवन से जाते …

Read More »

वीरेंद्र प्रसाद की चार कविताएँ

डॉ. वीरेन्द्र प्रसाद अर्थशास्त्र एवं वित्तीय प्रबंधन में स्नातकोत्तर की शिक्षा प्राप्त की है और वे भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हैं। वे पशु चिकित्सा विज्ञान में भी स्नातकोत्तर  हैं। रचनात्मक लेखन में उनकी रुचि है। प्रस्तुत है भीड़भाड़ से दूर रहने वाले कवि-लेखक वीरेन्द्र प्रसाद की कुछ कविताएँ जिनको …

Read More »

मनोज कुमार पांडेय की पांच कविताएँ

प्रसिद्ध कथाकार मनोज कुमार पांडेय की प्रेम कविताओं ​का संकलन आया है ‘प्यार करता हुआ कोई एक’। राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित इस संकलन की कुछ कविताएँ पढ़िए- ========== 1 रोता हूँ और रोता रहता हूँ रोता हूँ रोता रहता हूँ कोई चुप कराने नहीं आता मरता हूँ मरता रहता हूँ …

Read More »