Home / कथा-कहानी (page 12)

कथा-कहानी

मृणाल पाण्डे की नई कथा ‘राजा का हाथी’

बहुत सारी बोध कथाएँ या तो प्रतापी राजाओं की लिखी गई या अताताई राजाओं की। ऐसी ही कुछ बोध कथाओं का प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पाण्डे द्वारा पुनर्लेखन किया जा रहा है। लेकिन वे कथाएँ बच्चों को नहीं बड़ों को बोध करवाने वाली हैं।  ‘बच्चों को न सुनाने लायक बाल कथा’ …

Read More »

निधि अग्रवाल की कहानी ‘यमुना बैंक की वह मेट्रो’

निधि अग्रवाल पेशे से डॉक्टर हैं। अच्छा लिखती हैं। पिछले दिनों उन्होंने जानकी पुल पर मैत्रेयी देवी के उपन्यास ‘न हन्यते’ पर जानकी पुल पर बहुत अच्छी टिप्पणी लिखी थी। आज उनकी एक दिलचस्प कहानी पढ़िए, दिल्ली मेट्रो के सफ़र पर- ================================= एनसीआर में और कुछ अच्छा हुआ हो या …

Read More »

उमा झुनझुनवाला की कहानी ‘दो औरतें’

उमा झुनझुनवाला नाटकों की दुनिया का जाना माना नाम हैं। वह नाटक और कहानियाँ लिखती भी हैं। यह उनकी एक कहानी है। आप भी पढ़िए- ================== दो औरतें साथ साथ थीं मगर कटी कटी-सी थीं। वजह ऐसी कोई ख़ास बड़ी नहीं थी, फिर भी बहुत बड़ी वजह तो थी। एक …

Read More »

संतोष दीक्षित की कहानी ‘काल कथा’

संतोष दीक्षित की यह कहानी कोरोना काल के घटनाक्रम से बुनी एक रोचक कहनाई है। समय मिले तो पढ़िएगा- जानकीपुल                                                          (1) यह …

Read More »

ईशान त्रिवेदी की कहानी ‘गुलाबी पेड़’

ईशान त्रिवेदी टीवी, फ़िल्मों की दुनिया के जाने पहचाने नाम हैं। आजकल उनकी लिखी वेबसीरिज़ सोनी पर दिखाई जा रही है ‘योर ऑनर’। वे अच्छे लेखक हैं। राजकमल प्रकाशन समूह से हाल में उनका उपन्यास प्रकाशित हुआ है ‘पीपलटोले के लौंडे’। उनकी कहानियाँ हम जानकी पुल पर पढ़ते रहे हैं। …

Read More »

प्रकृति करगेती की कहानी ‘चमगादड़’

युवा लेखिका प्रकृति करगेती की कहानियों से हम भली भाँति परिचित हैं। उनको ‘राजेंद्र यादव हंस कथा सम्मान भी प्राप्त हो चुका है।इस बार अरसे बाद स्मृति के सहारे एक अलग सा गल्पलोक रचती हुई आई हैं। यह प्रकृति करगेती की नई कहानी है–   =====================================       मैं …

Read More »

मृणाल पाण्डे की कथा: लोल लठैत और विद्या का घड़ा

बच्चों को न सुनाने लायक बालकथा -3 प्रसिद्ध लेखिका मृणाल पांडे अपने लेखन में निरंतर प्रयोग करती रहती हैं। हाल के वर्षों में जितने कथा प्रयोग मृणाल जी ने किए हैं उतने कम लेखकों ने ही किए होंगे। बच्चों को न सुनाने लायक बालकथा उनकी नई सीरिज़ है जिसमें वह …

Read More »

निवेदिता की कहानी ‘जड़ें बुलाती हैं!’

निवेदिता जी लेखिका, हैं कवयित्री हैं और समर्पित ऐक्टिविस्ट हैं। उनकी इस कहानी में समकालीन संदर्भों में विस्थापन के दर्द को समझिए। उन लोगों के दर्द को जिनका न परदेस बचा न देस- जानकी पुल। ========================= आसमान में बादल नहीं है। लू के नुकीले नाखूनों ने उसके पुरसुकुन चेहरे को …

Read More »

प्रदीपिका सारस्वत की कहानी ‘मैं सुंदरता से प्रेम करती हूँ’

प्रदीपिका सारस्वत बहुत अलग तरह का गद्य लिखती हैं। जीवन के अनुभव, सोच सब एकमेक करती हुई वह कुछ ऐसा रचती हैं जो हमें अपने दिल के क़रीब लगने लगता है। लम्बे समय बाद उन्होंने कहानी लिखी है। आप भी पढ़ सकते हैं- ================ अपने बारे में कुछ बताओ? ‘मैं …

Read More »

पंखुरी सिन्हा की कहानी ‘मृग मरीचिका और कस्तूरी कथा’

पंखुरी सिन्हा की कहानियों ने इक्कीसवीं शताब्दी के पहले दशक में आलोचकों-पाठकों सभी को प्रभावित किया था। वह कविताएँ भी लिखती हैं, हिंदी अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में लिखती हैं और प्रकाशित हैं। यह उनकी नई कहानी है। समकालीन जीवन संवेदनाओं से लबरेज़। आप भी पढ़कर अपनी राय दें- =====================जब तक …

Read More »