दीपा गुप्ता कवि रहीम पर अपने काम के लिए जानी जाती हैं। वह संवेदनशील कवयित्री हैं और हाल में ही उनका कविता संग्रह प्रकाशित हुआ है ‘सप्तपदी के मंत्र’ नाम से। उसी संग्रह से कुछ कविताएँ- ================= शहरी भेड़िए ——————- तुम्हारे गाल पर पड़े मेरी उँगलियों के निशान मेरी …
Read More »मदन पाल सिंह के उपन्यास ‘हरामी’ का एक अंश
युवा लेखक मदन पाल सिंह को हम हिंदी वाले अनेक रूपों में जानते हैं। सबसे पहले उनको हमने फ्रेंच-हिंदी अनुवादक के रूप में जाना। इस क्षेत्र में उनका नाम जाना-माना है। पिछले साल उन्होंने एक उपन्यास लिखा ‘हरामी’। यह उपन्यास पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जीवन का जीवंत दस्तावेज है। आइए …
Read More »जमुनिया वाली अच्छी औरत नहीं है ?
आज नरेश जैन की कहानी पढ़िए। वे पेशे से अध्यापक रहे हैं। उनकी यह कहानी में ग्रामीण समाज का यथार्थ है जो आज भी प्रासंगिक है- ================================ सारा गाँव उसे जमुनिया वाली के नाम से पुकारता है. उसका मायका जमुनिया में है और ससुराल अभी …
Read More »गीताश्री से उनके नए उपन्यास ‘अंबपाली’ पर बातचीत
गीताश्री का नया उपन्यास आया है ‘अंबपाली’। वैशाली की इस ऐतिहासिक किरदार को लेकर बहुत लिखा गया है। लेकिन गीताश्री का लेखन-विश्लेषण बहुत अलग है। मुझे एक बात और समझ नहीं आ रही थी कि अंबपाली पर किसी स्त्री ने विस्तार से क्यों नहीं लिखा? इन्हीं सवालों के जवाब जानने …
Read More »देवेश की किताब ‘पुद्दन कथा: कोरोना काल में गाँव-गिराँव’ का एक अंश
हाल में युवा लेखक देवेश की किताब आई है ‘पुद्दन कथा’। कोरोना काल की ग्राम कथा की तरह लिखी गई यह किताब बहुत प्रभावित करती है। त्रासदी की कथा को ब्लैक ह्यूमर की तरह लिखा गया है। आप राजकमल प्रकाशन समूह से प्रकाशित इस किताब का एक अंश पढ़िए- =================== …
Read More »अनुकृति उपाध्याय की कविताएँ
अनुकृति उपाध्याय एक दुर्लभ द्विभाषी लेखिका हैं अंग्रेज़ी में लिखे अपने उपन्यास ‘kintsugi’ के लिए उनको इस साल सुशीला देवी सम्मान से नवाज़ा गया है। उनकी कहानियों, उनके उपन्यास ‘नीना आंटी’ ने लेखकों पाठकों के दिल में एक खास जगह बनाई है। वह कविताएँ भी लिखती हैं। आज उनकी कुछ …
Read More »लड़की के भीतर का ‘एकलव्य’ पाठक: प्रियंका दुबे
प्रियंका दुबे के लेखन से हम सब अच्छी तरह परिचित हैं। गद्य हो या पद्य उनके लेखन में एक शब्द भी अतिरिक्त नहीं होता। आज उनका एक बहुत ही सुंदर पीस लिखा है, पढ़ने को लेकर, लिखने के जुनून को लेकर। साल बीतते बीतते एक अच्छा लेख पढ़ा सो आप …
Read More »दिव्या श्री की नई कविताएँ
दिव्या श्री बिहार के बेगूसराय में अंग्रेज़ी की छात्रा हैं, अनुवाद भी करती हैं। इनकी कविताएँ सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी हैं। यह उनकी नई कविताएँ हैं- ====================== 1. प्रेम किस शै का नाम है ***************** जब मैं पहली बार प्रेम में पड़ी मेरी उम्र सत्रह …
Read More »‘अमेठी संग्राम’ के बहाने अनंत विजय से संवाद
अनंत विजय की पुस्तक ‘अमेठी संग्राम’ एक साल की हो गई। इस दौरान वेस्टलैंड से प्रकाशित यह किताब अंग्रेज़ी में भी आई। साल भर वाद-विवाद में बनी रही। प्रस्तुत है इसी किताब पर उनसे बातचीत का एक अंश- ================== 1अमेठी संग्राम के प्रकाशन का एक साल हो गया। इस दौरान …
Read More »इवान बूनिन की कहानी ‘कस्त्र्यूक’
इवान बूनिन रूसी भाषा के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे। 1933 में उनको नोबेल पुरस्कार मिला था। प्रकृति चित्रण करने में वे बेजोड़ माने जाते हैं। उनकी यह कहानी पढ़िए जो यह बताती है कि किसान के लिए खेत का क्या महत्व होता है। मूल रूसी भाषा से अनुवाद किया …
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