मराठी कवि दिलीप चित्रे की अनेक कवितायें साभ्यतिक स्तर पर विमर्श करती प्रतीत होती हैं।उनकी आधुनिकता में परंपरा बोलती है। उनकी यह कविता उसका अच्छा उदाहरण है। उनकी जटिल बिंबों वाली कविताओं का अनुवाद आसान नहीं। लेकिन युवा कवि तुषार धवल ने बड़ी सहजता से उनकी कविताओं का अनुवाद किया …
Read More »प्रज्ञा की कहानी ‘एहसास’
प्रज्ञा एक सजग लेखिका हैं। बहुत संवेदनशीलता के साथ अपने आसपास के माहौल पर नजर रखती हैं। वहीं से उनकी कहानियाँ फूटती हैं। जैसे यह कहानी- जानकी पुल। ======================================== ‘‘अबे हो कहां तुम? कितनी दफा फोन किया? मिस्ड कॉल भी नहीं देखते हो क्या? या ज़्यादा …
Read More »अश्लीलता व्यक्ति और युग सापेक्ष होती है
आजकल प्रेम भारद्वाज के गद्य को खूब सराहना मिल रही है। समकालीन महिला लेखन पर उनकी यह छोटी सी टिप्पणी भी इसकी तसदीक करती है कि यह सराहना बेजा नहीं- जानकी पुल। —————————————————————————————————————————- साठ-सत्तर के दशक में हिंदी फिल्मों की पटकथा-अक्सर ‘जैनरेशन गैप’ से होकर गुजरती थी। यह शब्द दो …
Read More »शैलप्रिया स्मृति सम्मान: एक दिसम्बरी शाम
कम उम्र में दिवंगत हो गई कवयित्री शैलप्रिया जी की स्मृति में रांची में शैलप्रिया स्मृति सम्मान की शुरुआत की गई. पहला पुरस्कार दिया गया कवयित्री निर्मला पुतुल को. उसके आयोजन की जीवंत रपट लिख कर भेजी है कवयित्री कलावंती ने. आपके लिए- जानकी पुल. ======================================================= शैलप्रिया स्मृति न्यास की …
Read More »चंद्रेश्वर की कवितायेँ
कल मैंने चंद्रेश्वर की कवितायेँ पढ़ी. उनका राजनीतिक मुहावरा चौंकाता है, लेकिन वह सनसनीखेज त्वरित टिप्पणी की तरह नहीं है. बल्कि हमें गहरे सोचने को विवश करता है. आप भी पढ़िए- प्रभात रंजन ========लुढ़कना और उठना देश का रूपया लुढ़कता जा रहालुढ़क रहा शेयर बाजार का सूचकांक लुढ़कते जा रहे नेतासंत …
Read More »पाब्लो नेरुदा की कविता खुर्शीद अनवर का अनुवाद
खुर्शीद अनवर बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. मौलिक दृष्टि रखने वाले साहसिक विद्वान. उन्होंने अंग्रेजी के माध्यम से विदेशी भाषा के अनेक कवियों की महत्वपूर्ण कविता के अनुवाद किये थे. यहाँ प्रस्तुत है पाब्लो नेरुदा की एक लम्बी कविता का खुर्शीद अनवर द्वारा किया गया अनुवाद. =============================================================== लफ्ज़ लफ़्ज़ वारिद हुआ खून …
Read More »धूल फाँकती महाकवि की वीर-गाथाएँ
श्यामनारायण पांडे की पत्नी के साथ लेखक ‘वीर तुम बढे चलो’ और ‘हल्दी घाटी’ के कवि श्याम नारायण पांडे की कविताओं की एक जमाने में मंचों पर धूम थी. उनके गाँव जाकर उनको याद करते हुए एक बेहद आत्मीय लेख लिखा है प्रसिद्द कवि बुद्धिनाथ मिश्र ने- जानकी पुल. ======================= …
Read More »अनु सिंह चौधरी की कहानी ‘मर्ज जिंदगी इलाज जिंदगी’
आज एक छोटी सी कहानी अनु सिंह चौधरी की. स्त्री मन के उलझन, उहापोहों को लेकर एक रोचक कहानी- जानकी पुल. ============== मर्ज़ ज़िन्दगी, इलाज ज़िन्दगी शिवानी को अपनी ही गायनोकॉलोजिस्ट से बातें करने में डर लगता है कभी-कभी। उस दिन भी लग रहा था। लेडी डॉक्टर नहीं हैं डॉ …
Read More »आइन्स्टीन का पत्र फ्रायड के नाम
देश में चुनावी रैलियों और भाषणों का माहौल है। राजनीति को हम जिस प्रकार २१ वीं सदी के उत्तर आधुनिक काल में, मात्र बाहुबल और विज्ञापन के द्वितीयक उत्पाद के रूप में देख रहे हैं, उसे एक समर्पित वैज्ञानिक लगभग 90 वर्ष पूर्व भी ठीक इसी रूप में देख रहा …
Read More »सौ साल जियें दिलीप कुमार
आज हिंदी सिनेमा के महान अभिनेताओं में एक दिलीप कुमार का जन्मदिन है. उनके जीवन-सिनेमा से जुड़े कुछ अछूते प्रसंगों को लेकर यह लेख लिखा है सैयद एस. तौहीद(दिलनवाज) ने. दिलीप कुमार शतायु हों इसी कामना के साथ यह लेख- जानकी पुल. ============================================ सिनेमा का इतिहास उसे सभी स्थितियों में …
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