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लेख

नेहरु से बतियाने को भीष्म साहनी ने किया बचपना

किसी के विरोध में खड़े हो जाना अत्यंत सरल है. बहुत संभव है कि बड़े से बड़ा व्यक्ति भी किसी बिंदु पर आकर स्वार्थ के वशीभूत होकर गलत निर्णय ले परन्तु एक व्यक्ति के तौर पर उसकी अच्छाइयों की अवहेलना नहीं की जा सकती.  भीष्म साहनी ने अपनी  आत्मकथा ‘आज …

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मुक्तिबोध का लेख ‘दून घाटी में नेहरु’

मुक्तिबोध का यह लेख भी आज पढ़ा जाना चाहिए- ======================== सुना है पण्डित जवाहरलाल नेहरू एक हफ़्ते छुट्टी पर रहेंगे। ‘आराम हराम है’ का नारा देने वाले नेहरूजी को स्वयं आराम की कितनी जरूरत है, यह किसी से छिपा नहीं। देश-विदेश की हर छोटी-सी घटना उनके संवेदनशील मन को केवल …

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क्यों करती हैं महिलाएं वट सावित्री व्रत?

वट सावित्री पूजन के अवसर पर डॉ. विनीता परमार का लेख – दिव्या विजय ======================================================== भारत की लगभग दो-तिहाई आबादी आज भी गाँवों में निवास करती है जिनका नाता परेशानियों से सदैव रहा है । इन जीवट भारतीयों ने अपने जीवन की राह को सरल बनाने के लिए अपने रोज़मर्रा …

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जेमिथांग घाटी वाले नक्सल बाबा की चिट्ठी

इधर लेखिका अरुंधती राय को लेकर वाद-विवाद संवाद चल रहा है उधर नक्सली बाबा की चिट्ठी आ गई. अपने नॉर्वे-प्रवासी डॉक्टर प्रवीण कुमार झा को मिली है यह चिट्ठी. आप भी पढ़िए- मॉडरेटर ============================================== कल जेमिथांग घाटी वाले नक्सल बाबा की चिट्ठी आई। नक्सल बाबा मेरे पुराने बंगाली मित्र हैं।अंग्रेजी …

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गर्मी के मौसम में बिजली के बिना

जब एक प्रवासी गर्मी के मौसम में बिहार अपने गाँव जाता है तो क्या हाल होता है- मुकुल कुमारी अमलास का यह वृत्तान्त यही बताता है. दिलचस्प है- मॉडरेटर ================== दिन के चार बजे हैं और अब बिजली महारानी के दर्शन हुये हैं । जेठ की पूरी दोपहरी पसीने से …

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अरुंधति राय युग प्रवर्तक लेखिका है जबकि परेश रावल मसखरे

मैं पिछले कई बरस से अरुंधती राय के नए उपन्यास के इन्तजार में हूँ. ‘द मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ उनका नया उपन्यास है जो 6 जून को रिलीज हो रहा है. अपने किंडल पर उसकी एडवांस बुकिंग करवाकर उस दिन का इंतजार कर रहा हूँ. संयोग से 6 जून के …

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लुगदी के जासूस और लुगदी के लेखक

कल रायपुर से प्रकाशित होने वाले अखबार ‘नवभारत’ में हिंदी जासूसी उपन्यास के इतिहास और परंपरा को लेकर मेरा यह लेख प्रकाशित हुआ था. आप पढना चाहते हैं तो यहाँ पढ़ सकते हैं- प्रभात रंजन ========================================== फ़रवरी के महीने में वेद प्रकाश शर्मा का देहांत हुआ तो जैसे हिंदी जासूसी …

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हेल को समझना कोई खेल नहीं है!

प्रकाश के रे खूब पढ़ते हैं., अलग अलग विषयों को लेकर सोचते लिखते हैं. इस बार उन्होंने हेल, जहन्नुम, नरक के बारे में सोचते हुए यह छोटा सा लेख लिख दिया- मॉडरेटर ================================== ‘व्हाट [इज़] द हेल! अक्सर हम रोज़मर्रा के जीवन में ‘गो टू हेल’, ‘जहन्नुम में जाओ’, ‘टू हेल …

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जब हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने नामवर जी से पूछा,”आप मेरी कवितायेँ क्यूँ नहीं छापते?”

आज आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी जी की पुण्यतिथि है. उनका ज़िक्र होते ही हमें इस अमर कबीर शोधार्थी के निबन्ध, उपन्यास ही याद आते हैं पर द्विवेदी जी एक अच्छे कवि भी थे। द्विवेदी जी भी चाहते थे कि उनका कवि रूप भी लोगों के सामने आए पर शायद उनकी प्रकांड …

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A Life with Wildlife:From Princely India

Dr. M.K. Ranjitsinh is unofficially termed as superhero of India’s conservation community. He has done thorough work and research regarding endangered species. He is credited for establishing many projects including Project Tiger which is one of the world’s most successful conservation projects and Project Snow Leopard. He wrote a book …

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