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Prabhat Ranjan

प्रमोद द्विवेदी की कहानी ‘मुलतानी काफी  के उस्ताद’

आज पढ़िए हरफ़नमौला लेखक प्रमोद द्विवेदी की  बेजोड़ रसदार कहानी- ======================================   यह कहानी उस्ताद की मौत से ही शुरू होती है। दरअसल सुबह से ही बैगपाइपर ने भौंकना शुरू कर दिया था। वह उस खिड़की के पास ही बैठकर भौंक रहा था, जहां से उस्ताद की मुलतानी काफी का …

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प्रवीण झा की कहानी ‘कॉड फ़िश’

प्रवीण झा अनेक विधाओं में लिखते हैं और क्या खूब लिखते हैं। बहुत दिनों बाद उन्होंने एक कहानी लिखी है, एक अलग मिज़ाज की कहानी। आप भी पढ़िए- ======================== समंदर के किनारे सूखती सैकड़ों कॉड मछलियाँ। वहीं तट से लगा एक पुराना जहाज, जो अब शराबखाने में तब्दील हो चुका …

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     कविता सरहदों के पार, हक़ीक़त के बीच दरार और कुछ बेतरतीब विचार: ली मिन युंग

ताइवान के वरिष्ठ कवि एवं आलोचक ली मिन-युंग की कविताओं के हिंदी अनुवाद का संकलन ‘हक़ीक़त के बीच दरार’ जुलाई में पाठकों तक पहुंचा, जिसका अनुवाद युवा कवि देवेश पथ सारिया ने किया है। साहित्यिक संस्कृति की इस साझेदारी के अनुभव को ली मिन-युंग ने इस लेख के माध्यम से …

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राज्यवर्धन की कविताएँ

आज पढ़िए वरिष्ठ कवि राज्यवर्धन की कविताएँ। प्रचार-प्रसार से दूर रहने वाले इस कवि की कविताएँ पढ़िए- =================================   (1) आठवाँ घोड़ा ———————- सूरज का कोई भी घोड़ा लोक के पक्ष में नहीं है   सातवाँ घोड़ा भी नहीं   घोड़साल के घोड़े जुते हैं रथ में निकाल दी गई …

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मृत्यु कथा की उत्तर कथा: द डेथ स्क्रिप्ट’ की समीक्षा

प्रसिद्ध पत्रकार-लेखक आशुतोष भारद्वाज ने बस्तर पर अंग्रेज़ी में किताब लिखी है ‘द डेथ स्क्रिप्ट’, जो बस्तर पर लिखी एक बेहतरीन किताब है। हार्पर कोलिंस से प्रकाशित इस किताब की समीक्षा लिखी है दक्षिण बिहार केन्द्रीय विश्वविद्यालय, गया के छात्र महेश कुमार ने। महेश कुमार वहाँ से हिंदी में एमए …

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कमला दास की कहानी ‘उण्णि’ हिंदी अनुवाद में   

अनामिका अनु जानी-मानी युवा कवयित्री हैं। उनको अपनी कविता के लिए भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार मिल चुका है। वह अच्छी अनुवादिका भी हैं। अंग्रेज़ी और मलयालम से हिंदी अनुवाद करती हैं। आज उनके अनुवाद में पढ़िए कमला दास की कहानी, जिसका अनुवाद उन्होंने अंग्रेज़ी से किया है- =================================   खड़ी दुपहरिया …

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पूनम दुबे की कोपेनहेगन डायरी

पूनम दुबे कोपेनहेगन में रहती हैं। उन्होंने यूरोप के अलग-अलग शहरों से जुड़े अपने कई संस्मरण लिखे हैं जो जानकी पुल पर प्रकाशित हैं। इस बार उन्होंने बहुत दिनों बाद डेनमार्क की जीवन शैली पर कुछ लिखा है। एक नायाब गद्य- ============================ वह बॉलकनी में रिक्लाइनर कुर्सी पर लेटी घूप …

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ताइवान के कवि ली मिन-युंग की कविताओं पर टिप्पणी

ताइवान के वरिष्ठ कवि ली मिन-युंग की कविताओं का हिन्दी अनुवाद कवि और अनुवादक देवेश पथ सारिया ने किया है। किताब कलमकार मंच, जयपुर से प्रकाशित हुई है। उस पुस्तक पर यह टिप्पणी लिखी है युवा लेखक मनीष कुमार यादव ने- ====================================== ली मिन-युंग की कविताएँ किसी महत्वपूर्ण मानवीय विशेषता …

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प्रलय की लय साधने की आकांक्षा

आज वरिष्ठ लेखक, विचारक नंद किशोर आचार्य का जन्मदिवस है। इस अवसर पर पढ़िए युवा लेखक चंद्र कुमार का यह लेख, जो कथारंग साहित्य वार्षिकी 2020-21 (सं. हरीश बी. शर्मा) में प्रकाशित हुआ था। आपके लिए यह पठनीय लेख हम दे रहे हैं- ==================================== नहीं, अब कोई सपना नहीं साँसें …

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‘पितृ-वध’ से निकलता स्त्री-स्वर

आशुतोष भारद्वाज की पुस्तक ‘पितृवध’ हाल के दिनों में प्रकाशित मेरी प्रिय पुस्तकों में एक रही है। इसी पुस्तक पर दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय से स्नातकोत्तर की छात्रा अनुरंजनी ने एक उल्लेखनीय टिप्पणी की है। आप लोगों से साझा कर रहा हूँ- ============================================ ‘पितृ-वध’ आशुतोष भारद्वाज की ऐसी पुस्तक है …

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