Recent Posts

फौज़िया रियाज़ की कहानी ‘फ़ैसला’

फौज़िया रियाज़ रेडियो जॉकी हैं. कहानियां भी लिखती हैं. उनकी यह कहानी समकालीन जीवन के उहापोहों को लेकर है और हिंदी में आजकल जिस तरह की कहानियां लिखी जा रही हैं उनसे थोड़ा हटकर हैं. अच्छी है या बुरी ये फैसला आप खुद कीजिये- जानकी पुल. ============================================= वह गिर जाती अगर …

Read More »

तुम थे हमारे समय के राडार

आज महान समाजवादी विचारक-नेता किशन पटनायक की पुण्यतिथि है. प्रस्तुत है उनको याद करते हुए राजेंद्र राजन की कविता- जानकी पुल. ======================== तुम थे हमारे समय के राडार तुम थे हमारे ही तेजस रूपहमारी चेतना की लौहमारी बेचैनियों की आंखहमारा सधा हुआ स्वरहमारा अगला कदम। जब राजनीति व्यापार में बदल …

Read More »

सोने की इस मरी हुई चिड़िया को बेच कर चला जाऊंगा

आज के हालात पर पढ़िए विमल कुमार की यह कविता- जानकी पुल. ============================================= * * तुम देखते रह जाओ मैं नदी नाले तालाब शेरशाह सुरी का ग्रांड ट्रंक रोड नगर निगम की कार पार्किग चांदनी चौक के फव्वारे सब कुछ बेच कर चला जाऊंगा मैं चला जाऊंगा बेचकर अपने गांव …

Read More »