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राधाकृष्ण की कहानी ‘वरदान का फेर’

कल सत्यानंद निरुपम जी ने राधाकृष्ण की कहानी ‘वरदान का फेर’ की याद दिलाई। राधाकृष्ण को लोग भूल गए हैं लेकिन कभी प्रेमचंद ने उनकी प्रशंसा की थी और युवा शोधकर्ता संजय कृष्ण ने लिखा है कि प्रेमचंद के निधन के बाद ‘हंस’ का काम देखने के लिए शिवरानी देवी …

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सदी का सबसे क्रूर क़ातिल- रवित यादव की कविताएँ

दिल्ली विश्वविद्यालय के लॉ फ़ैकल्टी के छात्र रवित यादव की कविताएँ पढ़िए। आज के समय में बहुत प्रासंगिक हैं- ======================================   1- सदी का सबसे क्रूर क़ातिल ———————- झकझोरती हैं जब कानों पर पड़ती चीखें   जब थमती सांसो के साथ जीने की आस थरथराती है   जब टटोलते हो …

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अनामा माँ के भीतर एक गुमशुदा स्त्री की तलाश

आज मदर्स डे पर प्रसिद्ध लेखिका गीताश्री का लेख पढ़िए। पढ़ते पढ़ते अपनी माँ से मिलने का मन होने लगा- ============================== मां, मेरी माय -गीताश्री जन्म लेने के लिए एक स्त्री की कोख ढूंढता है ईश्वर “अंतरिक्ष के आखिरी छोर पर खड़ी एक स्त्री पक्षियों को पंख / पेट को …

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