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आशकारा खानम कश्फ़ की नज़्म ‘डर तो लगता है’

आज पढ़िए उर्दू की संजीदा शायरा आशकारा खानम कश्फ़ की नज़्म- =================================== डर_तो_लगता_है   डर तो लगता है कोई पूछे तो, इस ज़माने में साफ़ कहने में, कुछ छुपाने में आईनों से, नज़र मिलाने में डर तो लगता है   डर तो लगता है ज़ब्त को अपने, आज़माने में ख़ुद …

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विनीता परमार की कहानी ‘विसर्जन’

विनीता परमार पेशे से अध्यापिका हैं। स्त्री जीवन के जद्दोजहद को कहानियों में ढालती हैं। आज उनकी ताज़ा कहानी पढ़िए- =============================  साची ने कंडक्टर की आवाज़ सुन अपना सर ऊपर उठाया, देखा कि बस रुक चुकी है। बस की सीट पर पिछले एक घंटे से धँसी वह उस अहसास के …

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राही मासूम रज़ा के उपन्यास ‘टोपी शुक्ला’ का एक अंश

आज राही मासूम रज़ा की पुण्यतिथि है। उनके प्रसिद्ध उपन्यास ‘टोपी शुक्ला’ का एक अंश पढ़िए और उनको याद कीजिए। अंश राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित उपन्यास से साभार प्रस्तुत है- ======================= टोपी और अलीगढ़ मुसलिम यूनिवर्सिटी! हो सकता है कि आपमें से बहुत-से लोगों को यह बात आश्चर्य में डाल …

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