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कोफ़ी अवूनोर को श्रद्धांजलि स्वरुप उनकी एक लम्बी कविता हिंदी में

हाल में नैरोबी में हुए आतंकी हमले में घाना के कवि कोफ़ी अवूनोर भी मरने वालों में थे. उनकी एक लम्बी कविता का हिंदी अनुवाद किया है युवा कवि त्रिपुरारि कुमार शर्मा ने. जानकी पुल की तरफ से उस कवि को श्रद्धांजलि स्वरुप- जानकी पुल.================================ कोफी अवूनोर की कविता यह पृथ्वी, …

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दूर एक चोटी है हर रोज़ उसे मैं यूँ ही ताकती हूँ

आज युवा कवयित्री प्रकृति करगेती की कविताएँ. इनको पढ़ते हुए लगता है कि समकालीन कविता की संवेदना ही नहीं भाषा भी कुछ-कुछ बदल रही है-जानकी पुल. ========================================== कंकाल एक कंकाल लिए चल देते हैं हर ऑफिस में। कंकाल है रिज्यूमे का। हड्डियों के सफ़ेद पन्नों पे कुछ ख़ास दर्ज है …

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मैं क्षमापूर्वक ‘ लमही सम्मान -2013 ‘ लौटाने की घोषणा करती हूं- मनीषा कुलश्रेष्ठ

‘लमही सम्मान 2013’ के संयोजक के आपत्तिजनक बयान के बाद हमारे समय की महत्वपूर्ण लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ ने लेखकीय गरिमा के अनुरूप उचित कदम उठाते हुए ‘लमही सम्मान’ को वापस करने का निर्णय लेते हुए ‘लमही सम्मान 2013 के आयोजक के नाम यह पत्र लिखा है. उनके भेजे हुए इस …

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