Recent Posts

लिखना समय के प्रवाह के विरुद्ध

अपनी कहानियों और कश्मीर की पृष्ठभूमि पर लिखे गए उपन्यास ‘शिगाफ’ के कारण चर्चा में रहनेवाली लेखिका मनीषा कुलश्रेष्ठ किसी परिचय की मोहताज़ नहीं हैं. प्रस्तुत है उनकी रचनाप्रक्रिया– जानकी पुल. आज साहित्य – जगत अति विषम – ध्रुवीयकण से ग्रस्त है. लिखना, समय के प्रवाह के विरुद्ध बहने जैसा …

Read More »

श्रीलाल शुक्ल ने पतनशील समाज की कथा कही

श्रीलाल शुक्ल को श्रद्धांजलि स्वरुप आज प्रस्तुत है प्रसिद्ध अनुवादक  और पत्रकार जितेन्द्र कुमार का लेख- जानकी पुल. ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित और ‘राग दरबारी’ के लेखक के रूप में बेहद मशहूर श्रीलाल शुक्ल का निधन हो गया। उम्र के लिहाज से उनका जाना कोई इतनी बड़ी बात नहीं है, …

Read More »

श्रीलालजी खुद को जनवाने के ‘अतिरिक्त अवसर’ नहीं देते

श्रीलाल शुक्ल को श्रद्धांजलि स्वरुप प्रस्तुत है सुशील सिद्धार्थ का यह लेख. सुशील जी उनके आत्मीय थे और इस लेख में उन्होंने श्रीलाल जी के व्यक्तित्व के कई पहलुओं को छुने की कोशिश की है- जानकी पुल. उन्नीस सौ बयासी-तिरासी की बात है. यशस्वी कथाकार अमृतलाल नागर के घर पर …

Read More »