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मुझे दो मेरी ही उम्र का एक दुःख

आज दोपहर २.३० बजे इण्डिया इंटरनेशनल सेंटर में तस्लीमा नसरीन की सौ कविताओं के संचयन ‘मुझे देना और प्रेम’ का लोकार्पण है. वाणी प्रकाशन से प्रकाशित इस पुस्तक की कविताओं का अनुवाद किया है हिंदी के प्रसिद्ध कवि प्रयाग शुक्ल ने. उसी संचयन से दो कविताएँ- जानकी पुल. ————————————————- तुम्हें दुःख देना …

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पहले पहले प्यार के झूठे वादे अच्छे लगते हैं

 आज मोहसिन नकवी की शायरी. पाकिस्तान के इस शायर को १९९६ में कट्टरपंथियों ने मार डाला था. उन्होंने नज्में और ग़ज़लें लिखीं, अनीस की तरह मर्सिये लिखे. उनकी शायरी का यह संकलन हमारे लिए शैलेन्द्र भारद्वाज जी ने किया है. मूलतः हिंदी साहित्य के विद्यार्थी रहे शैलेन्द्र जी उर्दू शायरी …

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नैनीताल की गलियों के मोड़ों पर

लक्ष्मण सिंह बिष्ट जी को हम सब प्रसिद्ध उपन्यासकार-कथाकार बटरोही के रूप में जानते हैं. उन्होंने अभी हाल में ही एक उपन्यास लिखा है नैनीताल पर- ‘गर्भगृह में नैनीताल’. नैनीताल के अतीत और वर्तमान की अन्तर्पाठीयता का एक ऐसा पाठ जिसमें परंपरा और आधुनिकता का द्वंद्व भी लगातार चलता है. …

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