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अपुन का मंटो: पाकदिल, सियाहक़लम, अपूर्व, अप्रतिम, अखंड

रविकांत मूलतः इतिहासकार हैं लेकिन साहित्य की गहरी समझ रखते हैं. मंटो की जन्मशताब्दी के अवसर पर उनका एक यादगार लेख आपके लिए- जानकी पुल. ========================================= मंटो ने रचनात्मक अभिव्यक्ति के लिए कला की कोई भी दिशा चुनी हो, हंगामा किसी न किसी तरह अवश्य हुआ।                                                                          – –बलराज मेनरा व …

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पैसे भले कुछ बढ़ गए हों मनुष्यता कुछ घट गई है

प्रियदर्शन मेरे प्रिय कवि हैं. शायद इसलिए कि उनकी कविता अक्सर हमारे साधारण जीवन के इर्द-गिर्द से अपने विषय उठाती है, उसको बयान करती है. सादगी के वैभव के इस कवि की कविताओं में अक्सर मैं अपनी आवाज पाने लगता हूं. जैसे यह कविता- प्रभात रंजन ======================x===============x======================== पैसे एक बहुत …

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हिंदी सिनेमा की पहली महिला फिल्म निर्माता: ईस्थर विक्टोरिया अब्राहम उर्फ प्रमिला

भूली-बिसरी अभिनेत्री, फिल्म-निर्माता प्रमिला पर विपिन चौधरी का एक रोचक लेख- जानकी पुल. =================================================================== हिंदी सिनेमा अपनी स्थापना के शानदार सौ वर्ष पूरे होने की खुशगवार आलम में सराबोर है. सिनेमा की इस नींव को पुख्ता करने में संगीतकारों, गायक-गायिकाओं, निर्देशक, स्टंटमैन, निर्माताओं के अलावा पर्दे के पीछे के हजारों-हज़ार …

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