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कवि-आलोचक होना जोखिम उठाना है- अशोक वाजपेयी

अशोक वाजपेयी मूलतः कवि हैं लेकिन जितना व्यवस्थित गद्य-लेखन उन्होंने किया है उनके किसी समकालीन लेखक ने नहीं किया. वे आलोचना की दूसरी परंपरा के सबसे मजबूत स्तम्भ रहे हैं. उनके आलोचना कर्म पर बहुत अच्छी बातचीत की है सुनील मिश्र ने. एक पढने और सहेजने लायक बातचीत- मॉडरेटर  =================================================================== …

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सिनेमा संगीत का जरूरी ‘हमसफ़र’

कई बार ऐसी ऐसी किताबों की इतनी इतनी चर्चा हो जाती है कि कारण समझ में नहीं आता तो कई बार अच्छी-अच्छी किताबों की भी कोई ख़ास चर्चा नहीं होती- तब भी कोई कारण समझ में नहीं आता. ऐसी ही किताब अभी हाल में पढ़ी ‘हमसफ़र’, जिसके लेखक हैं युवा …

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लेखक का काम राजसत्ता को प्रश्नांकित करना है!

श्री उदयन वाजपेयी का लेख ‘जनसत्ता’ में 25 मई को प्रकाशित हुआ था- ‘शायद कुछ नया होने वाला है.’ उसके ऊपर संजीव कुमार और प्रियदर्शन की प्रतिक्रियाएं आई थी. उदयन जी ने उन प्रतिक्रियाओं का जवाब देने के बहाने साभ्यतिक स्तर पर कुछ प्रश्नों को उठाया है. इसका एक हिस्सा …

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