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वो हमसफ़र था मगर उससे हमनवाई न थी

इधर मैंने कुछ कहानियां ऐसी लिखी हैं जो किसी गीत-ग़ज़ल से जुडती हैं, उन कहानियों में बैकग्राउंड म्यूजिक की तरह से ग़ज़ल चलती रहती है. उस श्रृंखला की एक कहानी आपकी राय के लिए- प्रभात रंजन  ================== वो हमसफ़र था मगर उससे हमनवाई न थी कि धूप छाँव का आलम …

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भरत तिवारी ‘फैजाबादी’ की ग़ज़लें

भरत तिवारी ‘फैजाबादी’ आजकल अच्छी ग़ज़लें कहने लगे हैं. समय की विडंबनाएँ जैसे उनके शेरों में उतर रही हैं. चालू बहरों से हटकर कुछ संजीदा, कुछ तंजिया शायरी से लुत्फ़अन्दोज़ होइए- मॉडरेटर ==================================================== 1.  वो जो हैं खुद ही बड़बोले उनकी तो बातें रहने दो दम्भ उन्हें है ताज़ा – …

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दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राएं और ‘पिंजरा तोड़’ अभियान की पाती

‘पिंजरा तोड़‘ दिल्ली के विभिन्न विश्वविद्यालयों की छात्राओं द्वारा स्वतंत्र रूप से चलाया जा रहा अभियान है। यह महिला छात्रावासों व पीजी में लागू भेदभावपूर्ण  व असम्मानजनक नियमों के अंत की मांग करता है जिससे छात्राएं  भी विश्वविद्यालयों ओर पूरे शहर के संसाधनों का बराबर लाभ  उठा सकें। यह महिला सुरक्षा की ऐसी परिभाषा …

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